हो गया है हल्ला बोल , अब अन्याय की शामत आई हैं

हो गया है हल्ला बोल , अब अन्याय की शामत आई हैं ,
हम आवाज़ उठाएंगे क्योंकि कमर तोड़ महंगाई हैं।